सरकार ने एक नई पहल "PAN 2.0" की घोषणा की है, जिसके तहत नए e-PAN कार्ड्स सीधे पैन धारकों के पंजीकृत ईमेल आईडी पर भेजे जाएंगे। इसके लिए पैन कार्ड के लिए फिर से आवेदन करने की जरूरत नहीं होगी। यह एक अच्छा कदम है जो डिजिटलीकरण और सुविधा की दिशा में महत्वपूर्ण है, लेकिन इस पहल को लागू करने में कुछ वास्तविक चुनौतियाँ सामने आती हैं, जो इसके सफल होने में बाधा डाल सकती हैं।
पहली समस्या यह है कि 50% से अधिक पैन कार्ड धारकों ने अपनी ईमेल आईडी के रूप में तीसरे पक्ष के व्यक्तियों का ईमेल जैसे कि चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA), टैक्स कंसल्टेंट या पैन कार्ड सेवा प्रदाता का ईमेल पंजीकृत किया हुआ है, न कि व्यक्तिगत ईमेल आईडी। इसका मतलब है कि नए e-PAN उस तीसरे पक्ष के ईमेल अकाउंट पर भेजे जाएंगे, जिससे पैन धारक को अपना ई-PAN प्राप्त करने में देरी हो सकती है या उसे एक्सेस करने में परेशानी हो सकती है। कई लोग यह नहीं जान पाते हैं कि उनका e-PAN उनके कंसल्टेंट के ईमेल इनबॉक्स में भेजा गया है और इसलिए वे उसे समय पर प्राप्त नहीं कर पाते।
दूसरी समस्या यह है कि जिन पैन धारकों के पास अपनी व्यक्तिगत ईमेल आईडी है, उनमें से करीब 50% लोग ईमेल को सक्रिय रूप से चेक नहीं करते हैं। इसका मतलब यह है कि भले ही उनका नया e-PAN उनके ईमेल पर भेजा गया हो, वे इसे देख नहीं पाते और इस पर कोई कार्रवाई नहीं करते।
इसके अलावा, जो लोग ईमेल पढ़ते हैं, वे यह नहीं जानते कि ईमेल में संलग्न e-PAN को कैसे डाउनलोड या खोला जाए। हालांकि e-PAN एक साधारण PDF फाइल होती है, लेकिन डिजिटल साक्षरता की कमी और ऐसी अटैचमेंट्स को हैंडल करने में अनुभव की कमी की वजह से बहुत से लोग इसे डाउनलोड करने में असमर्थ होते हैं। खासकर वे लोग जो ऑनलाइन दस्तावेज़ों को एक्सेस करने में सहज नहीं हैं, उन्हें यह प्रक्रिया मुश्किल लग सकती है।
संक्षेप में, सरकार की "PAN 2.0" पहल एक सकारात्मक कदम है, लेकिन इसे लागू करने में कई व्यावहारिक समस्याएँ सामने आ रही हैं। इन समस्याओं में पैन धारकों द्वारा अपनी व्यक्तिगत ईमेल आईडी का पंजीकरण, ईमेल चेक करने और अटैचमेंट्स को हैंडल करने में जागरूकता बढ़ाना और पैन धारकों के लिए e-PAN को डाउनलोड और उपयोग करने के सरल तरीके प्रदान करना शामिल है। इन मुद्दों को हल किए बिना इस पहल के पूरी तरह से लाभ उठाने में मुश्किल हो सकती है।
सुझावित समाधान: आयकर विभाग को नए डिजिटल ई-पैन जारी करने से पहले सभी पैन कार्ड धारकों के पंजीकृत मोबाइल नंबर पर ईमेल पता अपडेट करने के लिए एक लिंक के साथ एसएमएस भेजना चाहिए।
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